5 Simple Statements About Shodashi Explained

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हरिप्रियानुजां वन्दे देवीं त्रिपुरसुन्दरीम् ॥७॥

कर्तुं श्रीललिताङ्ग-रक्षण-विधिं लावण्य-पूर्णां तनूं

Shodashi’s mantra enhances devotion and faith, supporting devotees create a deeper relationship into the divine. This benefit instills have confidence in while in the divine procedure, guiding men and women through complications with grace, resilience, and a way of intent within their spiritual journey.

यहां पढ़ें त्रिपुरसुन्दरी अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्र संस्कृत में – tripura sundari ashtottarshatnam

Immediately after eleven rosaries on the initial working day of commencing Using the Mantra, you'll be able to bring down the chanting to at least one rosary a day and chant eleven rosaries within the 11th working day, on the last working day of your chanting.

अष्टारे पुर-सिद्धया विलसितं रोग-प्रणाशे शुभे

हव्यैः कव्यैश्च सर्वैः श्रुतिचयविहितैः कर्मभिः कर्मशीला

संरक्षार्थमुपागताऽभिरसकृन्नित्याभिधाभिर्मुदा ।

भगवान् शिव ने कहा — ‘कार्तिकेय। तुमने एक अत्यन्त रहस्य का प्रश्न पूछा है और मैं प्रेम वश तुम्हें यह अवश्य ही बताऊंगा। जो सत् रज एवं तम, भूत-प्रेत, मनुष्य, प्राणी हैं, वे सब इस प्रकृति से उत्पन्न हुए हैं। वही पराशक्ति “महात्रिपुर सुन्दरी” है, वही सारे चराचर संसार को उत्पन्न करती है, पालती है और नाश करती है, वही शक्ति इच्छा ज्ञान, क्रिया शक्ति और ब्रह्मा, विष्णु, शिव रूप वाली है, वही त्रिशक्ति के रूप में सृष्टि, स्थिति और विनाशिनी है, ब्रह्मा रूप में वह इस चराचर जगत की सृष्टि करती है।

कामेश्यादिभिराज्ञयैव ललिता-देव्याः समुद्भासितं

Philosophically, she symbolizes the spiritual journey from ignorance to enlightenment and is associated with the supreme cosmic electric power.

Chanting the Mahavidya Shodashi Mantra sharpens the intellect, enhances concentration, and enhances mental clarity. This benefit is efficacious for college students, experts, and people pursuing mental or Innovative objectives, mainly because it fosters a disciplined and centered approach to responsibilities.

इसके अलावा त्रिपुरसुंदरी देवी अपने नाना रूपों में भारत के विभिन्न प्रान्तों में पूजी जाती हैं। वाराणसी में राज-राजेश्वरी मंदिर विद्यमान हैं, जहाँ देवी राज राजेश्वरी(तीनों लोकों की रानी) के रूप में पूजी जाती हैं। कामाक्षी स्वरूप में देवी तमिलनाडु के कांचीपुरम में पूजी जाती हैं। मीनाक्षी स्वरूप में देवी का विशाल भव्य मंदिर तमिलनाडु के मदुरै में हैं। बंगाल के हुगली जिले में बाँसबेरिया नामक स्थान website में देवी हंशेश्वरी षोडशी (षोडशी महाविद्या) नाम से पूजित हैं।

The Mahavidyas, a bunch of ten knowledge goddesses, showcase the multifaceted nature in the divine feminine. Tripura Sundari is without doubt one of the 10 Mahavidyas and is assessed throughout the gentle natured goddesses, along with Bhuvaneshwari, Matangi, and Kamala.

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